शहतूत (Mulberry)
क्या आपने कभी शहतूत देखा है,जहां गिरता है, उतनी ज़मीन परउसके लाल रस का धब्बा पड़ जाता है.गिरने से ज़्यादा पीड़ादायी कुछ नहीं.मैंने कितने मज़दूरों को देखा हैइमारतों से गिरते हुए,गिरकर शहतूत बन जाते हुएमृत्यु का ख़ौफ़…ताउम्र मैंने इस बात Read More